हाजमा खराब !

उसे बडी जोर की भूखा लगी थी ! मुझसे पूछा-" आप नाश्ता करेंगे? " सुबह से अच्छी चाय नसीब नहीं हुई थी सो कुछ खाने की इच्छा भी नहीं हो रही थी। पेंट्रीकार से उसने गरम समोसे मंगा लिया। ठीक से स्वाद भी नहीं ले पाये थे कि समोसे से निकली आलपिन ने सारा मजा किरकिरा कर दिया। वेटर तो पैसे लेकर कब का चला गया था। दोस्त के तात्कालिक गुस्से का सामना टिकट जांच रहे काले कोट वाले को करना पडा। कहने लगा-" इंसान को आलपिन खिला कर मार डालोगे क्या ? " काले कोट वाले के जवाब ने सभी ट्रेन यात्रियों को सोंचने मजबूर कर दिया ! उनका जवाब था- " लोग तो रेत, सीमेंट, ईट, गिट्टी, बोल्डर, कोयला और लोहा तक पचा जाते हैं और एक आप हैं कि एक आलपिन के लिए बवाल खडा कर रहे हैं । हाजमा आपका खराब है और दोष रेलवे को दे रहे हैं। " 

Comments

  1. इस दुनिया का सत्यानाश काले कोट वालों की दलीलों ने ही किया है.

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  2. हा, ललित जी, इस बात से इंकार भी नही किया जा सकता।

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